ब्यावर। राष्ट्रीय सन्त व राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष तपस्वी, विद्वान श्री गोविन्द देवगिरी जी महा‌राण का मानना है कि भगवान श्री राम ने साधारण मनुष्य के रूप में जन्म लेकर, आदर्श जीवन

 प्रस्तुत किया। इसी लिए भगवान राम, मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहलाये। आप द्वारा ब्यावर के गोकुल धाम ‌में, राणे परिवार के आग्रह व निवेदन पर बदलते समय में परिवार की महत्तता विषय पर प्रवच‌न दे रहे थे।

 

श्री महेश्वरी पंचायत बोर्ड ब्यावर द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में कृष्ण जन्म भूमि मधुरा के उपाध्यक्ष श्री गोविन्ददेव गिरिजी ने कहा कि भगवान राम के जीवन से समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए तथा उनके जीवन को आत्म् सात करना चाहिए।उन्होने बदलते परिवेश में टूटते परिवारों, बदलती जीवनशैली, संयुक्त परिवारों के टूटने का कारण, स्वार्थ, त्याग व संयम, सहनशीलता का अभाव, बड़ों का अपमान, अनुशासनहीनता तथा विदेशी संस्कृति के अनुसरण को इसका कारण बताया। आपने कहा कि भारत की संस्कृति को विश्व में इसीलिए महान माना गया है क्यों कि यह जीवन जीना सिखाती है। इसमें भावना, प्रेम करुणा, जीओ और जीने दो का भाव है। हमारी संस्कृति भ्रातृत्व‌ का सन्देश देती है। हम भारत में ही नही विश्व ‌मे शांति चाहते है। हमारे वेद, पुराणों से भी आदर्श शिक्षा हमे विरासत में मिली है।

 

इससे पूर्व- समारोह मे राष्ट्र सन्त के आगमन पर प्रदीप राठी, विष्णु राठी, रामअवतार जाजू (इदोर विधायक) शंकर सिंह रावत, महेश्वरी समाज के अध्यक्ष दिलीप जाजू, मंत्री मनीष दरक , पत्रकार विमल चौहान, राधेश्याम  जाजू सहित अनेक लोगों ने महाराजजी का स्वागत‌ कर आशिर्वाद लिया। समारोह में शहर के बुद्धिजीवि, समाजसेवी, धर्मप्रेमी महेश्वरी समाज के प्रतिष्ठित लोग बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहे।