छतरपुर: देश के जाने माने कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री गुरु पूर्णिमा का उत्सव धूमधाम से मना रहे हैं. देश दुनिया भर से बाबा के चेले धाम पर पहले से ही जमा हो गए थे. बुधवार को धाम पर बाबा का आशीर्वाद लेने भक्तों की भीड़ लगातार उमड़ती रही. वहीं, बाबा धीरेन्द्र शास्त्री ने 10 राज्यों के 4 हजार नए चेलों के कानों में गुरु मंत्र फूंककर उनको गुरु दीक्षा दी है. धाम पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए छतरपुर SP ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम कर 500 से ज्यादा पुलिस जवानों को तैनात कर दिया है.

4 हजार भक्तों को गुरु मंत्र देकर बनाया शिष्य
बुंदेलखंड के बागेश्वर धाम के नाम से प्रसिद्ध धाम पर 2 जुलाई से 11 जुलाई तक गुरु पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन चल रहा है. इस महोत्सव में देश दुनिया भर से बाबा बागेश्वर के भक्त पहुंचे हैं. गुरु पूर्णिमा के पहले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री ने 10 राज्यों से आये 4 हजार शिष्यों को गुरु मंत्र देकर नया चेला बनाया है. गुरु पूर्णिमा पर धाम पर भक्तों के लिए विशेष आयोजन किया जा रहा है. धीरेन्द्र शास्त्री अपने चेलों को आर्शीवाद देंगे और वह अपनी मनोकामना के लिए बाबा बागेश्वर से कामना करेंगे.

पादुका पूजन और गुरुदेव दर्शन का कार्यक्रम
दरअसल, इस आयोजन में 9 जुलाई से गुरु पूर्णिमा महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम पादुका पूजन और गुरुदेव दर्शन का कार्यक्रम रखा गया है. बुधवार से गुरु पूर्णिमा का आयोजन शुरु हुआ. बागेश्वर धाम में गुरु दीक्षा महोत्सव के पहले दिन महाराज धीरेन्द्र शास्त्री ने दोपहर करीब 3 बजे कथा पंडाल में पहुंचकर दीक्षा लेने वाले सभी लोगों को दीक्षा के नियम बताए.

दीक्षा लेने 10 राज्यों से आए भक्त
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, ''नियम और संयम से रहने वाले ही गुरु मंत्र लें, जीवन भर सनातन के लिए कार्य करने और सनातन का झंडा उठाये रहने का आह्वान किया.'' इस आयोजन में मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत 10 राज्यों से अधिक के लोग महाराज धीरेन्द्र शास्त्री से दीक्षा लेने आये थे, जिनको बाबा ने दीक्षा दी है.

शाही सवारी के साथ सन्यासी बाबा की चरण पादुकाएं पहुंची पंडाल
वहीं, बागेश्वर धाम पर चल रहे गुरु पूर्णिमा के तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव में सन्यासी बाबा की पादुकाओं के पूजन के साथ आयोजन शुरू हो गया है. शाही सवारी सहित सन्यासी बाबा की पादुकाएं धूमधाम गाजे बाजे के साथ पंडाल में स्थापित की गईं. महाराज धीरेन्द्र शास्त्री ने बागेश्वर धाम आए लाखों श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि, ''हम भले ही कार्य करते दिखाई दे रहे हैं लेकिन यह सभी काम हमारे गुरु सन्यासी बाबा कराते हैं.''