पढ़ाई में मस्तिष्क से ज्यादा मन का लगना आवश्यक-जादूगर आंचल,/ बीएल गोठी स्कूल में आंचल ने दी मोटिवेशनल स्पीच

ब्यावर। श्री वर्धमान शिक्षण समिति द्वारा संचालित भंवरलाल गोठी पब्लिक सीनियर सैकण्डरी विद्यालय में शुक्रवार को विद्यार्थियों हेतु जादूगर आंचल के स्पेशल मैजिक शो का आयोजन किया गया। अतिथि देवो भव की परम्ंपरा का निर्वहन करते हुए प्राचार्य धर्मेन्द्र कुमार शर्मा व उपप्राचार्या श्रीमती सुनीता चौधरी नें पुष्पगुच्छ भेंट कर व माल्यापर्ण कर जादूगर आंचल कुमावत उनके पिताजी गिरधारी कुमावत एवं प्रसिद्ध कलमकार, समाजसेवी विमल चौहान का स्वागत किया। जादूगर आंचल ने जादू में निहित अंधविश्वासों को दूर करते हुए यह बताया कि जादू एक कला है, हाथ की सफाई एवं विज्ञान का संगम है। जादू कोई भूत प्रेत आत्माओं से नहीं होता है। साथ ही बच्चों को मोटिवशनल स्पीच के माध्यम से यह भी समझाया कि विद्यार्थी किस प्रकार अपने अध्ययन में सुगमता लाकर बौद्धिक विकास कर सकते है, साथ ही यह भी समझाया कि पढ़ाई में हमारे मस्तिष्क से ज्यादा मन का लगना आवश्यक है क्योंकि मन के हारे हार है और मन के जीते जीत जिसके लिए प्राणायाम एवं ध्यान अवश्य करें। अपने उदबोधन के बाद जादूगर आंचल ने अपने हाथ की सफाई दिखाकर सभी का मनोरंजन किया। ऐसे हैरतअंगेज जादू के करतब देखकर सभी रोमांंचित हो गए। इस दौरान विमल चौहान ने जादूगर आंचल का जीवन परिचय देते हुए बताया कि वे चार साल की छोटी उम्र से ही अपने पिता के सानिध्य में इस कला को सीखने का प्रयास करती आई है। वर्तमान में एक महिला जादूगर के रूप में देश-विदेश में ख्खयाति प्राप्त कर चुकी है। वे कई बार राज्य स्तर पर राज्यपाल एवं मुख्खयमंत्री व राष्ट्रपति द्वारा भी सम्ममान प्राप्त कर चुकी है कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य धर्मेन्द्र कुमार शर्मा एवं उप प्राचार्या श्रीमती सुनीता चौधरी ने जादूगर आंचल को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन शारीरिक शिक्षक गौतम चौहान द्वारा किया गया। मैजिक शो के दौरान सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। सभी ने मैजिक शो का भरपूर आनंद उठाया।