भीलवाड़ा-पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने जिला कलक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर श्वानों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने की मांग की है। जाजू ने कहा कि भीलवाड़ा की जनसंख्या के अनुपात में श्वानों की संख्या बहुत अधिक है जिससे निरंतर शहर में श्वानों के काटने की घटनाएं घटित होकर शहरवासी परेशान है।

 

जाजू ने बताया कि पशु करता निवारण (पीसीए) अधिनियम 1960 के तहत आवारा श्वानों की संख्या नियंत्रित करने का एकमात्र तरीका बधियाकरण है। शहरों में तेज रोशनी के कारण श्वानों की नींद पूरी नहीं होने एवं भूखे रहने के कारण वे आकामक होते हैं तथा सोते समय अचानक तेज लाईट पड़ते ही श्वान अचानक उठते हैं और उनकी नींद बाधित होती है जिससे वे पूरा दिन आकामक रहते हैं और ऐसे श्वान लोगों को काट लेते हैं।

 

जाजू ने बताया कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में 9295 व्यक्तियों को कुत्तों के काटने से एंटीरेबिज इंजेक्शन राजकीय चिकित्सालय में लगाये गये हैं। तथा इस संबंध में तत्कालीन जिला कलक्टरे एवं आयुक्त, नगर निगम को दिनांक 25.05.2024, 03.01.2022, 16.01.2024, 08.12.2023 को भी पत्र लिखे गये थे। डॉग्स के बंधियाकरण हेतु नगर निगम द्वारा कागजी प्रक्रिया शुरु भी की गई थी परंतु अब तक जमीनी स्तर पर कार्य शुरु नहीं हुआ, जिससे आये दिन श्वानों के काटने की घटनाएं बढ़ रही है। जाजू ने जिला प्रशासन व नगर निगम से एबीसी रुल्स के तहतशीघ्र बधियाकरण शुरु करने की मांग की है।

 

जाजू ने कहा कि नगर निगम द्वारा अनेक बार श्वानों का बंधियाकरण कर संख्या नियंत्रित करने से बचने के लिए आमजन में यह संदेश पहुंचाया जाता है कि जाजू द्वारा प्रकिया पर रोक लगा रखी है जो शत प्रतिशत निराधार है। जाजू ने कहा कि यदि संख्या नियंत्रित करने के लिए श्वानों के बधियाकरण की कार्यवाही नहीं होती है तो शीघ्र ही न्यायालय की शरण लेंगे।