जयपुर 02 सितम्बर। ब्राह्मण समाज का कल रविवार 3 सितम्बर को रामनिवास बाग में आयोजित हो रहे ब्राह्मण महासंगम की तैयारियां पूरी हो गई। आज आयोजन समिति पुरी तैयारियों का मुआयना किया। ब्राह्मण महासंगम की शुरुआत सुबह 8ः00 बजे सीटी पेलेस के पास चांदनी चौक में मंगल कलश यात्रा से होगी। जिसमें 11000 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल होकर एक अदभूत नजारा देखने को मिलेगा। यह कलश यात्रा प्रातः 10 :00 बजे सभा स्थल पहुंच जायेगी। समारोह का प्रारम्भ भगवान परशुराम जी समक्ष दीप प्रज्जवलन और शंदनाद से होगा। उसके पश्चात समाज के विभिन्न राजनैता, एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी समारोह को संबोधित करेगें।
सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि सामाजिक संचेतना पैदा करने और अपने हको के लिए संगठन शक्ति दिखाना, इस महासंगम का मुख्य उद्देश्य है। ब्राह्मण सभी जाति समाज को साथ लेकर  चलता है। लेकिन अब उसे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठानी पड रही है।
इस समारोह में केंद्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक, जिला प्रमुख, पार्षद जनप्रतिनिधि पुरे प्रदेश से आ रहे हैं। जिसमें प्रमुख रूप से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार श्री रमेश पोखरियाल निशंक, जयपुर सांसद श्री रामचरण बोहरा,राजस्थान सरकार में जलदाय मंत्री डाॅ. महेश जोशी, शिक्षा मंत्री डाॅ. बी.डी. कल्ला, प्रदेशाध्यक्ष भाजपा डाॅ. सी.पी. जोशी, पूर्व मंत्री एवं विधायक डाॅ. रघु शर्मा, विधायक चौमू श्री रामलाल शर्मा, विधायक जोधपुर श्रीमती सूर्यकांता व्यास, विधायक मसूदा श्री राकेश पारीक, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, फिल्म निर्माता निदेशक पद्मश्री मधुर भंडारकर, फिल्म गदर निर्माता निदेशक अनिल शर्मा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला आयोग श्रीमती ममता शर्मा, विधायक अभिनेष महर्षि, पूर्व चेयरमैन कर्मचारी चयन आयोग हरिप्रसाद शर्मा, विधायक प्रत्याशी आमेर प्रशांत शर्मा, चैयरमेन समाज कल्याण बोर्ड श्रीमती अर्चना शर्मा, खादी ग्रामोद्योग के चेयरमैन बृजकिशोर शर्मा, पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक संगठन उपस्थित रहेगें।
इस महासंगम का मुख्य उद्देश्य आर्थिक आधार पर 14 प्रतिशत आरक्षण हो, भगवान परशुराम विश्वविद्यालय की स्थापना हो, भगवान परशुराम जी की 111 फीट प्रतिमा की स्थापना की जाए, प्रत्येक जिले में गुरुकुल की स्थापना कर वैदिक संस्कृति को बढ़ाया जाये, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में हो रही विसंगतियों को दूर किया जाये, ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन के समय लगाये गये मुकदमे वापिस लिए जाये, पुजारी प्रोटेक्शन बिल पारित हो, ब्राह्मण बालिकाओं के लिए छात्रावास की स्थापना हर जिले में हो, ब्राह्मणों को प्रमुख दल कम से कम 35 टिकट विधानसभा में और लोकसभा में कम से कम 5 टिकट दिए जाये, आर्थिक आधार पर पंचायत चुनाव में राजनीतिक आरक्षण हो, किसी भी जाति के लिए अपमानजनक शब्दों पर पाबंदी हो, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में आय सीमा 8 लाख की जगह 12 लाख की जाए, साथ ही केंद्र मे भी आय को पैमाना माना जाए,जैसे अनेक प्रस्ताव इस महासंगम में पास किये जायेगे।